वाराणसी। सनातन की पताका लहरा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव के लिए काशी से तीसरी बार नामांकन में संपूर्ण शास्त्रीय विधान का ध्यान रखेंगे। पर्चा दाखिला के लिए चुनी गई तिथि वैशाख शुक्ल सप्तमी है।
धर्मशास्त्रीय मान्यता है कि इस तिथि में ही मां गंगा की स्वर्ग में उत्पत्ति हुई और उन्होंने भगवान शिव की जटाओं में स्थान पाया। पर्व विशेष पर गंगा स्नान‑पूजन का विशेष महत्व है। पर्व मान के अनुसार मोदी नामांकन से पहले दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन करेंगे।
काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री प्रो. विनय पांडेय के अनुसार काशी में दशाश्वमेध घाट पर गंगासप्तमी के दिन किया गया स्नान‑पूजन मनोवांछित सिद्धि प्रदान कराने वाला होता है। गंगा का दर्शन, स्पर्श, स्मरण और गंगागंगेति नाम का उच्चारण मात्र से भी समान फल प्राप्त होता है।

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